जीना या जिना से बचने की दुआ (Zina se Bachne ki dua in Hindi) zina se bachne ki dua in english quran zina se bachne ki dua zina se bachne ki dua in urdu gunah se bachne ki dua
जिना क्या होता है (Zina Kya hota hai)
जब कोई मर्द कोई ऐसी औरत से सोहबत/हमबिस्तरी/रिलेंशिप करे जो उसकी पत्नी नहीं है इसे ही जिना (Zina) कहा जाता है आगे जाने जिना के अन्य कारण:-
- जिना जरुरी नहीं किसी पराये मर्द या औरत के साथ सोने से हो बल्कि किसी अनजान को छूना भी जिना कहलाता है
- किसी पराये औरत या मर्द को देखना आँखों का जिना होता है
- इस्लाम में जिना को बहुत बड़ा गुनाह माना गया है इस्लाम के अनुसार जिना करने वाले के लिए दुनिया और आखिरत दोनों में ही सजा रखा गया है
- अगर कोई मर्द या औरत जिना करता या करती है उसे अल्लाह पाक मरने के बाद भी ऐसे को शख्त सजा देगा
Zina ki hadees in Hindi (जिना से बचने की दुआ)
जिना के बारे में कुछ हदीश एंव आयत में क्या फ़रमाया गया है आगे पढ़े zina ki saza hadees hindi
- हजरत मुहम्मद (सल्लाहू अलैहि व् सल्लम) ने फ़रमाया शिर्क (अल्लाह के सिवा इबादत/पूजा) के बाद अल्लाह पाक के नजदीकी, इस गुनाह से बड़ा कोई गुनाह नहीं है
- एक शख्स किसी औरत से शोहबत/सेक्स करे जो उसकी पत्नी नहीं है और जब कोई औरत या मर्द जिना करते है तो ईमान उनके सीने से निकलकर उनके सर पर साए की तरह ठहर जाता है (Mukasheftul Quloob Safa: 168)
- हजरत मुहम्मद (सल्लाहू अलैहि व् सल्लम) ने फ़रमाया मोमिन (मुसलमान) होते हुए कोई जिना कर ही नहीं सकता (Bukhari Sharif, Jild:3, Safa:614 Hadees:1714)
- अल्लाह पाक कुरआन पाक में फरमाता है: जिना के पास भी मत जाना “बेशक वह बेह्हाई और बुरी राह है” (Al-quraan : Al-Isra: A-32)
zina ki saza hadees hindi
हजरत मूसा (अलैहि व् सल्लम) ने अल्लाह पाक से “जिना की सजा” पूछी तो अल्लाह पाक ने फरमाया “उसे आग का जर्राह” पहनाऊंगा (लोहे का लिबास जो आग का बना हो) यह ऐसा भारी है अगर बहुत बड़े पहाड़ पर रख दिया जाए तो वह भी टुकड़े टुकड़े हो जाये (Mukasheftul Quloob Safa: 168)
अगर जिना करने वाला शादीशुदा हो ऐसे में उसे खुले मैदान में पत्थर मार मार कर मार डालना चाहिए और अगर कुवारा हो ऐसे में उसे 100 कोड़े उसे मारा जाए (Bukhari Sharif Jild Safa:615/615 Hadees:1715)
जिना से बचने की दुआ (Zina se Bachne ki dua in Hindi)
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