- Advertisement -
नमाज की नियत का तरीका Namaz Ki Niyat ka Tarika: नमाज पढने से पहले नमाज की नियत करना बहुत ही जरुरी है है आइये जाने नमाज की नियत का तरीका हिंदी में
पांच वक्त की नमाज की नियत
दिन में पांच वक्त के नमाज फज्र, जुहूर, अस्र, मगरिब, ईशा हर मुसलमान के लिए अनिवार्य है लेकिन नमाज पढ़ने से पहले नियत करना भी जरुरी है
फज्र की नमाज की नियत
- सुन्नत नमाज के नियत: “नियत की मैंने दो रकअत नमाज की,
- सुन्नत रसूल पाक की वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ” अल्लाहु अकबर”
- फर्ज नमाज की नियत: “नियत की मैंने दो रकआत नमाज फ़ज्र की
- फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के मुंह कआबा शरीफ की तरफ- अल्लाह हु अकबर”
जोहर नमाज की नियत
- सुन्नत नमाज की नियत “नियत की मैंने चार रकआत नमाजे जुहर की
- सुन्नत रसूले पाक की वास्ते अल्लाह तआला के
- मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- फर्ज नमाज की नियत: “नियत की मैंने नमाजे जुहर की चार रकआत फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के
- मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्ल्लाहु अकबर”
- बाद जुहर दो रकअत सुन्नत नमाज की नियत: “नियत की मैंने दो रकआत नमाजे जुहर की
- सुन्नत रसूले पाक की फर्ज के बाद वास्ते अल्लाह तआला के
- मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- जुहर की दो रकआत नफिल नमाज की नियत: “नियत की मैंने दो रकआत नमाजे जुहर की नफिल
- वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- फर्ज नमाज की नियत: “नियत की मैंने नमाजे जुहर की चार रकआत फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के
- मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्ल्लाहु अकबर”
- बाद जुहर दो रकअत सुन्नत नमाज की नियत: “नियत की मैंने दो रकआत नमाजे जुहर की
- सुन्नत रसूले पाक की फर्ज के बाद वास्ते अल्लाह तआला के
- मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- जुहर की दो रकआत नफिल नमाज की नियत: “नियत की मैंने दो रकआत नमाजे जुहर की नफिल
- वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
असर की नमाज़ की नियत
- चार रकात सुन्नत नमाज की नियत: “नियत की मैंने चार रकआत नमाजे अस्र की
- सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्लाह अआला के
- मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- चार रकआत फर्ज नमाज की नियत: “नियत की मैंने चार रकआत नमाज अस्र की
- फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
मगरिब की नमाज़ की नियत
- मगरिब फर्ज नमाज की नियत “नियत की मैंने तीन रकआत नमाज मगरिब की
- फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- दो रकआत सुन्नत मगरिब की नमाज की नियत: “नियत की मैंने दो रकआत नमाजे मगरिब की सुन्नत रसूल पाक के वास्ते अल्ल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
ईशा की नमाज़ की नियत हिंदी में
- ईशा की चार रकआत फर्ज नमाज की नियत: “नियत की मैंने चार रकआत नमाज ईशा की
- फर्ज वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- बाद ईशा दो रकआत सुन्नत नमाज की नियत: “नियत की मैंने दो रकआत नमाज ईशा की
- सुन्नत रसूले पाक फर्ज के बाद वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- वित्र नमाज़ की नियत: “नियत की मैंने तीन रकआत नमाज वित्र की
- वाजिब वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- Advertisement -