गणेश चतुर्थी व्रत कैसे करें Ganesh Chaturthi Vrat Kaise Kare in Hindi मासिक गणेश चतुर्थी व्रत विधि इन हिंदी गणेश चतुर्थी का व्रत कैसे करें हिंदी में जाने
Ganesh Chaturthi- गणेश चतुर्थी पर्व पारंपरिक रूप से भाद्र मास, शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को, श्री गणेश चतुर्थी मनाया जाता हैं इस पर्व का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है इसलिए इस पर्व को बहुत धूम धाम से मनाया जाता है आइये जाने गणेश चतुर्थी का व्रत कैसे करें एंव गणेश चतुर्थी पूजा विधि व्रत इत्यादि
गणेश चतुर्थी व्रत कैसे करें
- Ganesh Chaturthi Ka Vrat Kaise Kare
भगवान श्री गणेश जी की पूजा गणेश चतुर्थी पर की जाती है गणेश चतुर्थी व्रत का तरीका निम्नवत है:-
- गणेश चतुर्थी के दिन व्रत के लिए निम्न स्टेप करें
- सुबह जल्दी गणेश चतुर्थी के दिन उठे एंव स्नान करें
- स्नान ने के बाद तांबे या फिर मिट्टी की गणेश जी की प्रतिमा ले
- फिर एक कलश ले और कलश के मुख को लाल कपड़े से बाँध दे
- उसके बाद गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना करें
- अगर गणेश जी की मूर्ति/प्रतिमा बड़ी है तो केवल लाल कपड़े पर प्रतिमा को रखे
- ध्यान रखे प्रतिमा का मुँह पूर्व/उत्तर दिशा में होना चाहिए
- गंगाजल का छिड़काव करें फिर भगवान गणेश जी का आह्वान करें
- भगवान गणेश जी को पुष्प/सिंदूर/जनेऊ/दूर्वा (घास) इत्यादि चढ़ाए
- भगवान् गणेश जी के सबसे लोकप्रिय मिष्ठान जैसे लड्डू/21 मोदक चढ़ाएं
- अब गणेश बीजमंत्र “ऊँ गं गणपतये नम:” का जाप कर
- भगवान श्री गणेश जी की पूजा अर्चना करें
- इसके बाद गणेश भगवान् की कथा पढ़े/सुने इससे विशेष लाभ प्राप्त होगा
- श्री गणेश जी की आरती उतारें और प्रसाद सभी में बांट दें
- श्री गणेश जी की मूर्ति को एक, तीन, सात और नौ दिनों के लिए घर पर रख सकते हैं
- इस पूजा में गणेश भगवान की एक परिक्रमा करने का भी विधान है
- गणेश पूजन सामग्री लिस्ट इन हिंदी
गणेश चतुर्थी पर गणेश पूजन के लिए गणेश पूजन सामग्री लिस्ट PDF डाउनलोड करे और गणेश पूजन सामग्री लिस्ट इन हिंदी में निम्नवत है:-
- प्रतिमा को स्थापित करने के लिए लकड़ी की चौकी/बिछाने के लिए लाल आसन
- भोग के लिए पंचामृत
- लाल चंदन/रोली/कलश
- गंगा जल/जनेऊ/चाँदी का वर्क
- माला/ पांच प्रकार का फल/ मोदक या लड्डू
- गुड/नारियल/खड़ा धन
- दूब/दूर्वा
- इत्र/लौंग/सुपारी
- इलायची/हरे मूंग/पंचमेवा
- घी का दीपक/धूप अगरबत्ती/कपूर
गणेश चतुर्थी आरती लिरिक्स
- जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा
- माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा ॥
- जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
- एक दंत दयावंत, चार भुजाधारी
- माथे पे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी ॥
- जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
- अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया
- बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया ॥
- जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
- हार चढ़ै, फूल चढ़ै और चढ़ै मेवा
- लड्डुअन को भोग लगे, संत करे सेवा ॥
- जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥
- दीनन की लाज राखो, शंभु सुतवारी
- कामना को पूर्ण करो, जग बलिहारी ॥
- जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा ॥