भाई दूज क्यों मनाया जाता है Bhai Dooj Kab Hai in Hindi होली के बाद भाई दूज कब है भाई दूज कितनी तारीख की है होली की दूज कब है 2023 जाने हिंदी में
Bhai Dooj 2023: भाई दूज कब है
2023 में होली 08 मार्च और भाई दूज 09 मार्च को मनाया जाएगा भाई दूज भाई और बहन के पवित्र प्यार का त्यौहार है लेकिन भाई दूज क्यों मनाया जाता है? भाई दूज का त्यौहार भाई बहन के स्नेह का त्यौहार है भाई दूज के दिन बहन अपने भाई को टिका लगाकर भाई की लम्बी आयु/अच्छे स्वास्थ की मनोकामनाए करती है
- 2023 में होली 08 मार्च और भाई दूज 09 मार्च को मनाया जाएगा
- भाई दूज होलिका दहन के बाद मनाया जाता है
- होली के दुसरे/तीसरे दिन भाई दूज का त्यौहार मनाया जाता है
- भाई दूज का त्यौहार भाई बहन के स्नेह का त्यौहार है
- महत्वपूर्ण: होली और दीपावली दोनों खास त्यौहार पर भाई दूज मनाया जाता है
- दीपावली के बाद भाई दूज 14 नवंबर 2023 को मनाया जाएगा
भाई दूज क्यों मनाया जाता है
भगवान सूर्य नारायण की पत्नी की कोख से यमराज एंव यमुना का जमुना का जन्म हुआ था यमुना का अपने भाई यमराज से बहुत ही स्नेह था इसलिए यमुना अपने भाई से हमेशा कहती थी इष्ट मित्रो के साथ हमारे घर आये एंव भोजन करो
अपने कार्य में व्यस्त होने के कारण यमराज भोजन निमंत्रण को टालते रहे इसके बाद कार्तिक शुक्ला का दिन आया लेकिन इस यमुना ने अपने भाई यमराज को भोजन का निमंत्रण देकर वचनबध्द कर लिया
यमराज प्राणों को हरने वाले देवता है इसलिए उन्हें कोई भी अपने घर नहीं बुलाता है यह सोचकर यमराज जी बहन के घर भोजन निमंत्रण पर जाते है एंव नरक में रह रहे जिवों को भी मुक्त कर दिया
यमुना का अपने भाई यमराज के घर आने पर बहुत खुश हुई यमुना ने, स्नान एंव पूजन करके स्वादिस्ट भोजन कराया इस तरह से यमराज जी बहुत प्रसन्न हुए ऐसे में बहन से यमराज जी ने वर मागने को कहा
यमुना ने कहा कि हे भद्र
- आप प्रति वर्ष इसी दिन मेरे घर आया करो
- मेरी तरह जो बहन इस दिन अपने भाई को आदर सत्कार करके टीका करें
- उसे तुम्हारा भय न रहे.” यमराज ने तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर यमलोक चले गए
- इस तरह से भाई दूज पर्व की परम्परा शुरू हुई
- ऐसी मान्यता है कि जो आतिथ्य स्वीकार करते हैं, उन्हें यम का भय नहीं रहता
- इसीलिए भैयादूज को यमराज तथा यमुना का पूजन किया जाता है
भाई दूज का त्यौहार कैसे मनाया जाता है
- भैया दूज के दिन बहन,भाई को एक भोजन करने के लिए आमंत्रित करती है
- भोजन में मिठाई एंव भाई के पसंदीदा व्यंजन शामिल होते है
- भाई दूज के दिन बहन, भाईयो की “आरती” के साथ अपने घर में स्वागत करती है
- माथे पर सुन्दर एंव चावल का टिका लगाती है
- भाईयो को भाई दूज पर मिठाई खिलाकर उनका मुह मीठा करती है
- दूज के दिन बहन, भाई के स्वस्थ जीवन की कामना एंव प्राथना करती है
- इस दिन बहन के जीवन की रक्षा का वादा करते है एंव बहन के लिए कई तरह के उपहार देते है
- जिनके भाई दूर दराज रहते है या फिर जिनके भाई नहीं है
- वह महिलाए आरती करते हुए चन्द्रमा से प्राथना करती है