RAMZAN 2023: आज रमजान का कौन सा रोजा है – रमजान मुबारक महीना चल रहा है ऐसे में हर दिन रमजान का रोजा (उपवास) मुस्लिम भाई बहन रखते है लेकिन बहुत से लोग को नहीं पता होता है आज रमजान का कौन सा रोजा है? ऐसे में आइये जाने रमजान शरीफ का आज कौन सा रोजा है
आज रमजान का कौन सा रोजा है
रमजान तारीख | आज कौन सा रोजा है |
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24/03/2023 | पहला रोजा है |
25/03/2023 | दूसरा रोजा है |
26/03/2023 | तीसरा रोजा है |
27/03/2023 | चौथा रोजा है |
28/03/2023 | पांचवा रोजा है |
29/03/2023 | छठा रोजा है |
30/03/2023 | सातवा रोजा है |
31/03/2023 | आठवा रोजा है |
01/04/2023 | नौवा रोजा है |
02/04/2023 | दसवा रोजा है |
03/04/2023 | ग्यारहवा रोजा है |
04/04/2023 | बारहवा रोजा है |
05/04/2023 | तेरहवा रोजा है |
06/04/2023 | चौदहवा रोजा है |
07/04/2023 | पंद्रहवा रोजा है |
08/04/2023 | सोलहवा रोजा है |
09/04/2023 | सत्तरहवा रोजा है |
10/04/2023 | अठ्ठारहवा रोजा है |
11/04/2023 | उन्नीशवा रोजा है |
12/04/2023 | बीसवा रोजा है |
13/04/2023 | इक्कीसवा रोजा है |
RAMDAN: रमजान शरीफ का आज कौन सा रोजा है
रमजान तारीख | आज कौन सा रोजा है |
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14/04/2023 | बाईसवा रोजा है |
15/04/2023 | तेईसवा रोजा है |
16/04/2023 | चौबीसवा रोजा है |
17/04/2023 | पच्चीसवा रोजा है |
18/04/2023 | छब्बीसवा रोजा है |
19/04/2023 | सत्ताईसवा रोजा है |
20/04/2023 | अठ्ठाईस वा रोजा है |
21/04/2023 | उन्नितिसवा रोजा है |
22/04/2023 | तीसवा रोजा है |
सेहरी और इफ्तार की दुआ
SEHRI KI DUA: इस्लामिक भाइयों सेहरी करने से पहले सेहरी की नियत की जाती है जिसे सेहरी की दुआ के नाम से भी लोग पुकारते है आगे जाने सेहरी दुआ तर्जुमा के साथ
- सेहरी की दुआ हिंदी में यूँ है कि –
- SEHRI DUA IN HINDI:
- व बि सोमि गदिन नवई तु मिन शहरी रमजान
- तर्जुमा हिंदी में –
- मैं रमजान के इस रोजे की नियत करता हूँ
IFTAR KI DUA: सेहरी करने के बाद रोजेदार दिन भर रोजा रखता है साथ ही अल्लाह की इबादत करता है पुरे दिन ख़त्म होने के बाद मगरिब अजान के से समय इफ्तार का वक्त होता है लेकिन इफ्तार करने से पहले इफ्तार की दुआ पढ़ना चाहिए
- इफ्तार की दुआ हिंदी में यूँ है कि-
- IFTAR DUA IN HINDI –
- अल्लाहुमा लका सुमतु व बि क आमन्तू – व अलै क तवककल्तु व अला रिजि का अफ्तरतो
- अरबी में इफ्तार की दुआ –
- اَللّٰهُمَّ اِنِّی لَکَ صُمْتُ وَبِکَ اٰمَنْتُ وَعَلَيْکَ تَوَکَّلْتُ وَعَلٰی رِزْقِکَ اَفْطَرْتُ