वित्र की नमाज़ का तरीक़ा 3 Rakat Witr Namaz Ka Tarika in Hindi: पांच वक्त की नमाज हर मुसलमान को पढ़ना चाहिए इस्लाम में इसके लिए बहुत ही जोर दिया गया है नमाज में 3 रकात वित्र नमाज भी पढ़ा जाता है लेकिन कुछ भाई बहन को वित्र की नमाज का तरीका भूल जाता है ऐसे में सवाल करते है वित्र की नमाज़ कैसे पढ़े?
अगर आप भी वित्र की नमाज़ पढ़ने का तरीका भूल गए है ऐसे में वित्र की नमाज पढ़ने की पूरी जानका-+री आपको इस लेख के माध्यम से दिया जा रहा है
वित्र नमाज़ की नियत कैसे करें | Witr Namaz Ki Niyat Kaise Kare
नमाज पांच वक्त की होती है इनमे से कोई भी नमाज पढ़ने से पहले नमाज की नियत करना जरुरी होता है ऐसे में वित्र नमाज पढ़ने की नियत भी करना जरुरी है वित्र नमाज की नियत या तरीका निम्नलिखित है
- नियत की मैंने तीन रकआत नमाज वित्र की
- वाजिब वास्ते अल्लाह तआला के
- मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर“
- इस तरह से वित्र की नमाज की नियत करें
- उसके बाद तीन रकात नमाज वित्र की अदा करें
वित्र की नमाज़ का तरीक़ा | Witr Namaz Ka Tarika
ईशा की नमाज 17 रकात की होती है जिसमे से चार रकात सुन्नत और फर्ज, दो रकात सुन्नत एंव नफ्ल और तीन रकात वित्र की नमाज एंव दो रकात नफ्ल इस तरह से पुरे 17 रकात की नमाज ईशा की नमाज में पढ़ी जाती है
- चार रकात सुन्नत
- चार रकात फर्ज
- दो रकात सुन्नत
- दो रकात नफ्ल
- तीन रकात वित्र
- दो रकात नफ्ल
- इस तरह से वित्र की नमाज 17 रकात पढ़ा जायेगा
1 Rakat Witr Namaz Ka Tariqa | वित्र नमाज़ का तरीका
- पहली रकात वित्र की नमाज का तरीका 1 rakat Witr Namaz Ka Tariqa
- सबसे पहले वित्र की नमाज की नियत करें
- “नियत की मैंने तीन रकआत नमाज वित्र की वाजिब वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा कआबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर”
- नियत करने के बाद हाथ को बाँध ले उसके बाद सना पढ़े
- सना पढ़ने के बाद “ओजुबिल्लाह मिनाश शैतान राजिम बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम” पढ़े
- अब सूरह फातिहा पढ़े ” अल्हम्दुलिल्लाह रब्बिल आलमीन”
- सूरह फातिहा पढ़ने के बाद कुरान शरीफ की कोई भी एक सूरह जो आपको याद हो पढ़े
- सूरह पढ़ने के बाद “अल्लाहु अकबर” कहते हुए रुकु में चले जाएँ
- रुकु में तीन बार “सुब्हान रब्बिल अजीम” बोलना है
- अब “समी अल्लाह हुलेमन हमीदा” कहते हुए खड़े हो जाएं
- उसके बाद “रब्बाना लकल हम्द” एक बार बोले फिर “अल्लाहु हु अकबर” कहते हुए सजदे में चले जाएं
- अब दो सजदे को पूरा करें साथ ही दोनों सजदे में “सुब्हान रब्बी यल आला” धीमी आवाज में कहें
- अभी आपने एक रकात नमाज वित्र की मुकम्मल कर लिया है
2 Rakat Witr Namaz Ka Tariqa | वित्र नमाज़ का तरीका
- दूसरी रकात वित्र नमाज का तरीका 2 rakat Witr Namaz Ka Tariqa
- सजदे से “अल्लाहु अकबर” कहते हुए खड़े हो जाए
- उसके बाद “बिस्मिल्लाह हिर्रहमा-निर्रहीम” पढ़कर सुरह फातिहा “अल्हम्दु लिल्लाह” को पढ़े
- अब कोई एक सूरह जो आपको याद हो पढ़े
- रुकु में चले जाएं “तीन बारी सुब्हान रब्बिल अजीम” कहे एंव “समीअल्लाहु लिमन हमीदा” कहते हुए खड़े हो जाये
- “रब्बाना लकल हम्द” बोलकर “अल्लाहु अकबर” कहते हुए दो सजदे में चले जाएँ
- सजदे में “सुब्हान रब्बी यल आला” कहे उसके बाद “अल्लाहु अकबर” कहते हुए दोनों पंजे की मदद से बैठ जाएं
- इसके बाद “अत्तियातु लिल्लाहि” पढ़े एंव कलमा ऊँगली को सीधी करें या उठाये
- फिर “अल्लाहु अकबर कहते हुए” वित्र नमाज की तीसरी रकात के लिए खड़े हो
3 Rakat Witr Ki Namaz Ka Tariqa | वित्र की नमाज़ का तरीका
- तीसरी रकात वित्र नमाज का तरीका 3 rakat Witr Namaz Ka Tariqa
- अब “बिस्मिल्लाह हिर्रहमा-निर्रहीम” पढ़े फिर “सूरह फातिहा” पढ़े
- इसके बाद कोई एक सूरह पढ़े जो भी याद हो
- सूरह पढ़ने के बाद “अल्लाहु अकबर” कहते हुए दोनों हाथो को कान की लो तक ले जाएं
- फिर दोनों हाथ बांध ले और दुआ ए कुनूत आहिस्ता से पढ़े
- अगर दुआ ए कुनूत याद नहीं होने पर “रब्बना आतिना फिद दुनिया”पढ़ सकते है
- दुआ ए कुनूत या “रब्बना आतिना फिद दुनिया” पढने के बाद रुकू में एक बार जाएँ
- उसके बाद “समीअल्लाहु लिमन हमीदा रब्बाना लकल हम्द कहे”
- कहने के बाद “अल्लाहु अकबर कहते हुए सजदे में जायें
- दो सजदे पूरा करें एंव दोनो सजदे में “सुब्हान रब्बी यल आला” कहे
- अब अत्तियातु लिल्लाहि पढ़ते हुए शहादत या कलमा वाली ऊँगली को सीधा करें
- इसके बाद एक एक बार दरूद शरीफ एंव दुआ ए मसुरा पढ़ ले फिर सलाम फेरे
- इस तरह से 3 रकात वित्र की नमाज का तरीका मुकम्मल हुआ